शिव के महान भक्त रावण द्वार लिखा हुआ शिव तांडव स्तोत्र – Shiv Tandav Stotra Lyrics

शिव तांडव स्तोत्र प्रारम्भ जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्‌।डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु...